एक बात मैं अपने क्लायंट्स से अकसर कहती हूँ; जब भी कोई पिंपल देखें, फ़ौरन बचाव की मुद्रा में आ जायें और उसका इलाज ढूँढ़ना शुरू कर दें। मुँहासों का अचानक उभरना बड़ी खीझ और उलझन पैदा करता है। ऐसा मेक-अप इस्तेमाल करें, जो त्वचा के छेद बंद न करता हो और हर हफ़्ते तकिए का गिलाफ़ ना बदलना पड़ता हो। इसके अलावा भी कुछ उपाय हैं, जो मुँहासों को रोकने के लिए ज़रूर किये जाने चाहिए।
आम सोच है कि मुँहासों के जो भी इलाज बाज़ार में मिलते हैं, वे सब जेब खाली कराने वाले हैं, लेकिन ऐसा है नहीं। आज के ज़ोली ब्लॉग में हम आपको 5 ऐसी किफ़ायती क्रीम्स के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आप मुँहासों और दाग़-धब्बों का बेहतरीन इलाज कर सकती हैं।
कोजिक एसिड क्रीम्स
कोजिक एसिड, कई तरह के फ़ंगस यानी फफूँदों से बनाया जाने वाला कंपाउंड है। यह पुरानी सोया सॉस और चावल की वाइन से भी बनता है। कभी-कभी इसे खान-पान में प्राकृतिक प्रेज़रवेटिव (रक्षकों) के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन कोजिक एसिड का मुख्य उपयोग हेल्थ और ब्यूटी से जुड़े उद्योग में होता है। कोजिक एसिड त्वचा की चमक बढ़ाने में कैसे सहायक होता है, इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि इसमें शरीर के मेलेनिन उत्पादन को प्रभावित करने की क्षमता है। मेलेनिन शरीर में स्वाभाविक रूप से पाया जाने वाला पिग्मेंट यानी रंग द्रव्य है, जिससे आँख, बाल और त्वचा को अपना रंग मिलता है। टैरोसीन नाम के एमिनो एसिड से मेलेनिन के उत्पादन में मदद मिलती है।
ग्लाइकोलिक एसिड पर आधारित क्रीम्स
ग्लाइकोलिक एसिड, अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड (AHA) का सबसे छोटा स्वरूप है। हालाँकि, यह प्राकृतिक रूप से गन्ने, अंगूर, चुकंदर, इत्यादि से मिलता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से रासायनिक विधि से बनाए गए सिंथेटिक ग्लाइकोलिक एसिड के उत्पादन का चलन बढ़ गया है। इसके कई फायदों को देखते हुए, आजकल त्वचा की देखभाल के लिए बनने वाले अनेक ब्यूटी प्रोडक्ट्स (सौंदर्य उत्पादों) में इसका इस्तेमाल किया जाने लगा है। यह त्वचा की ऊपरी परत से मरी हुई कोशिकाओं को हटाकर और नीचे की नयी परत सामने लाकर, धीरे-धीरे पुराने दाग़-धब्बों को भी मिटा सकता है।
ऐज़लैक एसिड क्रीम्स
ऐज़लैक एसिड प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला ऐसा एसिड है, जो त्वचा को तेज़ी से ख़ुद को नया बनाने में मदद देता है। ऐज़लैक एसिड क्रीम का इस्तेमाल पिंपल-मुँहासों और उनके कारण आयी सूजन को दूर करने के लिए किया जाता है। ऐज़लैक एसिड चेहरे से अनचाहे बैक्टीरिया को नष्ट कर देता है और इसीलिए कील-मुँहासों के इलाज के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
पी-टेरो-व्हाइट सैबी व्हाइट कॉम्बिनेशन क्रीम्स
लैब-परीक्षणों से पता चलता है कि सैबी व्हाइट त्वचा का रंग हल्का करने की असरदार दवा है, जिसके और भी कई लाभ हैं। त्वचा पर इसका इस्तेमाल करना सुरक्षित है और इससे खुजली या झुनझुनी जैसा कोई बुरा असर नहीं होता। यह त्वचा को असरदार एंटी-ऑक्सीडेंट (ऑक्सीकरण रोकने वाली) सुरक्षा देता है। इसकी एंटी-ऑक्सीडेंट (ऑक्सीकरण रोकने वाली) प्रक्रिया व्यापक स्तर पर “बायो-प्रोटेक्टेंट अर्थात् जैविक सुरक्षा” देकर नए मुँहासों को रोकती है और पुरानों को मिटा देती है। यह दोहरी प्रक्रिया त्वचा की कोशिकाओं को अल्ट्रावायलेट रेडिएशन के नुकसान और उसके कारण होने वाली चोटों आदि से बचाती है और दूसरी तरफ पूरे स्वास्थ्य पर अच्छा असर डालती है।
सनस्क्रीन
अगर आप मुँहासों के शिकार हैं, तो सनस्क्रीन इस्तेमाल करने से चेहरे पर अचानक मुँहासे होने की सम्भावना बढ़ जाती है। लेकिन सनस्क्रीन का इस्तेमाल किसी भी हालत में बंद नहीं किया जा सकता क्योंकि इससे आपकी त्वचा की बनावट और रंग को नुक्सान हो सकता है। मुँहासों से प्रभावित लोगों को पानी के आधार वाली सनस्क्रीन इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह न सिर्फ़ धूप से होने वाले नुकसान से आपकी त्वचा की रक्षा करेगी बल्कि मुँहासों को बढ़ने से भी रोकेगी।